अधिकतर भारतीय यह नहीं जानते कि श्री नाथूराम गोडसे जी ने गांधी को क्यों मारा क्योंकि किसी कारणवश यह सच्चाई प्रत्येक भारतवासी से छुपाई रखें और सदा ही श्री नाथूराम गोडसे जी को एक हत्यारा ही दिखाया गया, जब आप इस पुस्तक को पढ़ेंगे तो आप जान जाएंगे कि नाथूराम गोडसे जी ने जो किया वह आज के नए भारत के निर्माण के लिए कितना जरूरी था
बहुत कम लोग जानते हैं श्रीमान नाथूराम गोडसे जी कभी गांधी को अपना गुरु कहा करते थे उन्होंने सत्याग्रह आंदोलन के समय जेल जाना भी स्वीकार किया आप इस पुस्तक को पढ़कर अनुमान लगा सकते हैं गांधीजी की लड़ाई उनके साथ केवल विचारों की थी अन्यथा नाथूराम गोडसे जी गांधी को अपना गुरु ही मानते थे गांधी की 30 जनवरी 1949 को देश के महान सपूत नाथूराम गोडसे जीने हत्या कर दी उसके पश्चात शिमला की अदालत में ट्रायल चला 8 नवंबर 1949 को भारत के महान सपूत गोडसे जी को फांसी की सजा सुनाई गई एवं 15 नवंबर 1949 को फांसी दे दी गई
इस पुस्तक में श्रीमान नाथूराम गोडसे जी द्वारा कोर्ट में दिए गए अंतिम बयान को प्रकाशित किया गया है पाठकों की अत्यंत डिमांड के कारण इसे अपलोड किया जा रहा है ताकि प्रत्येक भारतवासी श्रीमान नाथूराम गोडसे जी द्वारा दिए गए अंतिम बांध के पढ़ सके और निर्णय ले की जो भी सीमा नाथूराम गोडसे जी ने किया क्या वह ठीक था या गलत निर्णय आपको लेना है परंतु एक बार सत्य अवश्य जान लें जो सीमा नाथूराम गोडसे जी ने कोर्ट में दिया था
यह पुस्तक आपके लिए अपलोड की गई है जो भी भाई या बहन नाथूराम गोडसे जी द्वारा कोर्ट मैं दिए गए अंतिम बयान को पढ़ना चाहता है वह इस पीडीएफ बुक को डाउनलोड करके पड़ सकता है यह निशुल्क है कृपया इसे अधिक से अधिक शेयर करें ताकि प्रत्येक भारतवासी यह सब जान सके के श्रीमान नाथूराम गोडसे जी ने गांधी को क्यों मारा था
हम सब यह जानते हैं कि सैकड़ों वर्ष अधिकतर भारतीयों को कभी भी सच्चाई नहीं बताई गई कि श्री नाथूराम गोडसे जी ने गांधी को क्यों मारा था ? किन कारणों से मारा था ? ऐसा क्या हुआ कि नाथूराम गोडसे जी ने यह कठोर निर्णय लिया कि अब गांधी का मरना ही उचित है भारत के हित के लिए
English translation of original F.I.R. of Mahatma Gandhi Assassination case – 1948